ऐ दिल तू अब फिर किसी का भरोशा ना करना
जो तेरा न हो उसे पाने की दुआ ना करना
यहाँ होता नहीं हर कोई किसी का
तू भी किसी के लिए खुद को बेक़रार ना करना
अपना बना कर सब साथ छोड़ देते है
तू भी अब किसी का इंतज़ार ना करना
अब नज़र नहीं आती है मोहब्बत किसी में
तू भी अब किसी से प्यार ना करना
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