कभी कभी जिंदगी में किसी के साथ एक ऐसा अनजान रिश्ता बन जाता है जिसका कोई नाम नहीं होता, उस रिश्ते में बस दूसरे की ख़ुशी देखी जाती है, हम खुद को मिटा कर भी उसे खुश रखने की कोशिश करते है, उस रिश्ते में न कुछ पाने की चाह होती है और न कुछ हासिल करने की इच्छा, चाहत होती है तो बस इतनी की जिसे
हम अपना मानते है वो खुश रहे और थोड़ी तमन्ना ये होती है की जिसकी ख़ुशी के लिए हम कुछ भी करने को तैयार रहते हैं वो हमेशा हमें याद रखे, पर उस वक्त बहुत दुःख होता है जिसके लिए हम इतना करते हैं वो ही हमें नहीं समझता पता या कहो हमें इतना समझने के बाद भी गलत समझ लेता है उस वक्त अपने दिल पर क्या बीतती है ये बात हर कोई नहीं महसूस कर सकता। जब हम किसी को अपना मानते हैं तो उसकी गलतियाँ भी हम अनदेखी कर देते है पर जिसे हम अपना नहीं मानते उसकी वो बात भी बुरी लगती है जो शायद गलत नहीं भी होती। अगर हम किसी के लिए इतना करते है और वो हमें गलत समझ तो कितना दुःख होता है क्यूंकि जिसकी नजर में हम अच्छा बन्ने की कोशिश करते हैं उसकी नजर में ही हम गलत साबित हो जाते है, उस वक्त दिल के अन्दर से सभी के लिए जो फीलिंग होती है वो भी ख़तम हो जाती है, क्यूंकि फिर किसी पर विश्वाश करने का दिल ही नहीं करता ये लगता है की कहीं फिर हमारे साथ वैसा ही सलूक नहीं हो।
मैं अपने आप को बस ये ही बात कह के समझाता हूँ की "एक को उसने खोया है जो उसके लिए कुछ भी कर सकता था, और एक को मैंने खोया है जो मेरे बारे में सोचता तक नहीं था।" अगर मैं गलत नहीं हूँ तो कभी न कभी ये बात वो भी महसूस करेगा। पर वक्त शायद मैं उसके पास नहीं होऊंगा, पर मैं इश्वर से प्रार्थना करूँगा की उसे कभी मेरी जरूरत पड़े ही नहीं। मैं गलत नहीं हूँ इस दुनिया में बहुत से अनजान रिश्ते भी होते हैं और अगर ये प्यार भी है तो क्या गलत है क्या प्यार करना गलत होता है, गलत तो ये होता है की हम उस प्यार को किस नजर से देखते है, और प्यार पर बस भी किसका चलता है। क्या हम खुद को प्यार करने से नहीं रोक सकते तो हम दूसरो को भी नहीं कह सकते की हमें प्यार मत करो और अगर किसी के दिल में किसी के लिए प्यार न हो तो कोई किसी के लिए कर भी नहीं पता यानी किसी के लिए कुछ करने के लिए प्यार का होना बहुत जरूरी है पर कुछ लोग प्यार का बस एक ही मतलब जाने है वो प्यार को कभी समझ ही नहीं पाते। और अगर मैं प्यार कर करता भी हूँ तो ये मेरी प्रॉब्लम है, मैंने कभी ये नहीं चाह की वो भी मुझे प्यार करे।
मेरे दिल में जो दर्द है शायद पूरी उम्र ख़तम नहीं होगा। पर मुझे इस दर्द की भी आदत हो जाएगी।
मुझे आज तक कोई भी ऐसा नहीं मिला जिसे मैं अपने दिल की बात कह सकूँ शायद इसलिए ही मुझे ये ब्लॉग बनाने की जरूरत पड़ी है। इस दुनिया में अच्छा होना सबसे बुरा है क्यूंकि अच्छे वो ही होते हैं जिससे हम प्यार करते हैं और जिससे हम प्यार नहीं करते वो सब बुरे होते है।सभी सवालों के जवाब देंगे तुझे तेरे ही अंदाज में
सब्र रख हमें थोड़ा मशहूर तो हो जाने दे।
अगर है इश्क़ तो लौट आ किसी बहने से,
अगर है गुरुर तो छोड़ फिर जाने दे।
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