Friday, June 25, 2010

ख़ुशी और गम

जब वो दुखी होते थे तो हमें याद करके मुस्कुरा लेते थे,
आज हम दुखी हैं तो उन्हें याद करके रो लेते है।

No comments:

Post a Comment

Featured Post

आज़ाद

देखता हूं परिंदों को उड़ते हुए सोचता हूँ किस कदर आजाद हैं ये इन्हें बस अपनी मौज में जीना है ना कोई रोकता है इन्हें ना ही किसी की फिक्र है ना...