Tuesday, October 27, 2020

कभी याद आये जब मेरी


कभी रास्ते में मुझे देखो तो
तुम मेरे सामने मत आना
फिर चुपके से आ कर मेरे पीछे
बस मुझसे टकरा जाना
फिर मिलना मुझसे कुछ इस तरह से
जैसे देखा ही नहीं था
फिर अचानक चौंक कर
मेरे गले से लग जाना
फिर मिला कर नजरे मुझसे पूछना
"कितना याद करते हो मुझे"
कह कर ये खिलखिला कर हँसते जाना
फिर पूछना हाल मेरा मुझसे और
अपना हाल भी खुद ही बताते जाना
मैं बस देखता रहूँ तुम्हे और तुम 
मेरी खुशी की वजह बनते जाना
कभी याद आये जब मेरी
मुझसे इस तरह से तुम मिलने आना

Thursday, October 8, 2020

ये तेरा शहर


ये 
तेरा शहर इतना वीरान सा क्यूँ है
हर शक्स यहाँ परेशान सा क्यूँ है
तेरे साथ रह कर मुझे वक़्त का होश नहीं
अभी थी सुबह तो अभी शाम क्यूँ है
ये जो ताना देते हैं की मैं नशे में हूँ
फिर इनके सबके हाथ में जाम क्यूँ है
टुकड़ो में जिया करते हैं कुछ लोग यहाँ
किश्मत के आगे इंसान यहाँ गुलाम क्यूँ है
कुछ लोग कत्ल करके भी हुए ना मशहूर
इश्क़ करने वाला ही यहाँ बदनाम क्यूँ है
बुरा तो सिर्फ 'साहिल' ही नहीं यहाँ लेकिन
फिर हर शक्स की जुबां पर बस मेरा नाम क्यूँ है

Monday, October 5, 2020

एक प्यारी सी लड़की है


नजरे झुकी हुई सी हैं
चेहरे पर मुस्कान है
एक प्यारी सी लड़की है
जिसमें बस्ती मेरी जान है
सादगी छाई है चेहरे पर
मासूमियत भी गजब की है
तारीफ में लफ्ज़ कम पड़ जाये
ऐसी उस की पहचान है
चूमता है झुमका उसके गालो को
रेशम से बाल भी कुछ कहते है
बारिश के मौसम की
एक उजली सी शाम है
वो एक प्यारी सी लड़की है
जिसमे बस्ती मेरी जान है

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