नज़र को और क्या चाहिए
बस अगर तू नज़र आ जाए
इस जहां से क्या लेना मुझे
बस अगर तेरी खबर आ जाए
जान लूं बस ये की तू खुश है
और मेरे दिल को सब्र आ जाए
ढूंढने निकलू जब मैं शहर तेरा
चार कदम पर ही तेरा घर आ जाए
मेरी मोहब्बत में बस इतना असर आ जाए
मैं नाम लू तेरा और तुझे खबर हो जाए
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