Wednesday, September 26, 2018

बात बस इतनी सी थी

बात बस इतनी सी थी 
की हम बिछड़ गए
कुछ वक़्त बदला, कुछ ख्वाब टूटे
और हम बिखर गए

बात बस इतनी सी थी
की हमे दूर होना था
कुछ नया पाना था हमे
तो कुछ पुराना खोना था

बात बस इतनी सी थी
की मोहब्बत कम सी थी
चेहरे पर मुस्कान रही
पर आंखे नम सी थी

बात बस इतनी सी थी 
की उसे रूठ जाना था
दूर जाने का उसके पास
बस ये ही एक बहाना था

बात बस इतनी सी थी
की मोहब्बत से भी दिल भर गया
पहले वो दिल में उतरा 
और फिर दिल से उतर गया

No comments:

Post a Comment

Featured Post

आज़ाद

देखता हूं परिंदों को उड़ते हुए सोचता हूँ किस कदर आजाद हैं ये इन्हें बस अपनी मौज में जीना है ना कोई रोकता है इन्हें ना ही किसी की फिक्र है ना...