प्यार को लेकर हर किसी को मैंने दुखी ही देखा है। मेरे मन में एक सवाल है जो हमेशा दुःख देता है की जिसे हम प्यार करते है तो बदले में उससे उतना प्यार हमें क्यों नही मिलता ?? आखिर क्यों किसी को अपनी जान से ज्यादा चाहने पर भी उसके दिल में हमारे लिए प्यार पैदा नहीं होता ?????
मैंने लोगो को अक्सर बदलते देखा है,
टूटते देखा है फिर उन्हें संभलते देखा है।
कोई नहीं निभाता हमेशा साथ किसी का,
मैंने हर किसी को रिश्तो में जलते देखा है।
कांटो भरा सफ़र है ये प्यार का बंधन,
फिर भी लोगो को मैंने इस राह पर चलते देखा है।
मैं रोता हूँ किसी के लिए, वो रोता है किसी और के लिए,
बस इसी तरह सबको आंसुओ में पिघलते देखा है।