किसी ने जिंदगी में पहली बार मेरे लिए कुछ लिखा है.…………
क्या पता था मुझे एक अजनबी इतना ख़ास होगा
उसके दूर होना रास ना होगा,
इस दिल-औ-जहां मैं बस गयी है तस्वीर उनकी
और उनके बिना जीना अब गवारा ना होगा
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किस्मत से अपनी सिकायत मुझको है
वो नहीं मिला जिसकी चाहत मुझको है
कितने शख्स इस महफ़िल में हैं,
मगर वो नहीं है जिसकी चाहत मुझको है
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