आएगा वो वक़्त भी कभी
जब तुम्हारा अपना भी तुम्हारा ना होगा
दुख तो होगा तुम्हें बहुत लेकिन
कोई तुम्हारा भी सहारा ना होगा
अगर आए मेरी याद तो बस इतना याद रखना
तुम भी रहोगे, मैं भी रहूँगा
ये दिल तो रहेगा पर तुम्हारा ना होगा
दिल उतना ही दुखाओ किसी का
कि जब खुद पर बीते तो सह सको
क्योंकि वक़्त के सामने किसकी चली है
वक़्त के आगे किसी का गुजारा ना होगा
दिल से उतरने वाले फिर कहाँ बस्ते हैं दिल में
ये दोस्ती का खेल हमसे फिर दुबारा ना होगा
जिन्होंने कदर ना कि कभी नजदीकियों की
उनका साथ रहना भी अब गंवारा ना होगा
'साहिल' पर आ कर जिसने साथ छोड़ दिया
वो शख्स कभी भी तुम्हारा ना होगा
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