दिल मेरा एक आजाद परिन्दा
दूर गगन मे उड़ता जाये
ढूँढे एक मंजिल नयी
रस्ता कोई नया सजाये
दिल मेरा एक कटी पतंग सा
इधर उधर लहराता जाये
कोई लूट ले अगर इसे तो
ये बस उसी का हो जाये
दिल मेरा एक आवारा भंवर सा
कली कली मंडराता जाये
चुन चुन कर मिठास उसकी
अपने अंदर भरता जाये
दिल मेरा मासूम सा बच्चा
खूब रोये, खूब इठलाये
कभी कभी कुछ पाने को ये
अपनी ही जिद पर अड़ जाये
दिल मेरा तन्हा तन्हा
साथ तेरा जो ये पाना चाहे
सफ़र बड़ा ये 'हसीन' हो
साथ अगर तू मंजिल तक जाये