एक बात कहुँ तुमसे
तुम मेरी बन जाओ ना
नहीं लगता कही मन मेरा
तुम मेरी जिंदगी बन जाओ ना
आखिर क्यों लिखी किस्मत ने दूरी
तुम तोड़ के सारे बंधन बस
मेरी बन जाओ ना
कैसे कटता है हर एक पल तेरे बिना
तुम आ कर मेरे दिल की धड़कन बन जाओ ना
क्यों खुदा ने तुम्हे मेरा नहीं बनाया
अब तुम ही उससे शिकायत करो ना
बस मैं अब कुछ नही जानता
तुम मेरी बन जाओ ना

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